आज दिल ने सोचा , कलम उठा ही लें ,
थोडा ही सही , कुछ लिख ही लें,
किताबें पढ़ पढ़ कर,
कुछ लिख न सकें,
आज बिना पढ़े कुछ लिख ही लें .
एक किताब , ज़िन्दगी की लिखी जा रही है ,
उसमें कुछ पन्नो को अपनी पसंद से ,
रंग ही दें , भर ही दें,
थोडा ही सही , आज कुछ लिख ही लें .
This is what , comes out after minors (exams @ IIT delhi )